अंग फड़कन से भविष्य फल

अंग फड़कन से भविष्य फल By Dr. Jitendra Vyas

शारीरिक लक्षण शास्त्र से अंगस्फुटन का फल विचार मानव शरीर के लक्षण शास्त्र से, जैसे छींकने से व उसके अंगस्फुटन (अंग के फड़कने) सेAngfadkan pic प्रत्यक्ष फल प्राप्त होता है। छींक का फल पहले ही मैं अपने ब्लॉग में बता चुका हूँ, आज इस Blog में मानव के अंग फड़कने के फलों का विस्तृत विवरण दे रहा हूँ। वैदिक संहिताओं में इसका प्रत्यक्ष व प्रामाणिक उल्लेख है। इसी शास्त्र को व्यावहारिक रूप में मैंने यहां    प्रस्तुत किया है।

(i) मुख फड़कन सम्बन्धी फल – यदि जातक का मस्तिष्क फड़के तो उसे शीघ्र भूमि, प्लॉट या मकान की प्राप्ति होती है। ललाट फड़के तो प्रमोशन के साथ स्थानांतरण होता है। भ्रकुटी व नाक के मध्य फड़कन हो तो शीघ्र पत्नी या महिला मित्र मिलती है तथा यही फड़कन नाक या आँख के मध्य भाग में हो तो जातक के परिवार जन को लाभ होता है। आँख के अंतमध्य फड़कन हो तो धन सम्पदा का लाभ होगा, आँख के नीचे फड़कन से उत्कंठा परंतु कोर्ट कचहरी में विजय होती है। कान फड़के तो भी यही फल है।

यदि जातक का गाल फड़के तो स्त्री की समृद्धि, नासिका की फड़कन से सुगंधित पदार्थ मिलता है। नीचे के होठ में फड़कन हो तो बड़े होटल या रिज़ॉर्ट में कुछ दिनों तक भोजन अपनी प्रेयसी या पत्नी के साथ तथा कंधा व गला फड़के तो क्रमशः भोगवृति व लाभ होगा।  

(ii) भुजा व कमर क्षेत्र का फल – भुजा का फड़कना अर्थात् तीर्थ यात्रा गमन, हाथ का अग्र भाग फड़के तो धन प्राप्ति होगी। यदि कमर फड़के तो कोर्ट केस में हार के संकेत है लेकिन वक्ष स्थल पर फड़कन हो तो इसका विपरीत फल होगा अर्थात् विजय होगी।

यदि स्त्री स्तन फड़के तो उस समय चल रहे विवाद में पूर्ण लाभ होगा। यदि कमर के आस-पास का हिस्सा फड़के तो आपकी खुशी, हर्ष, हास्य व बल शक्ति बढ़ेगी। यदि नाभि फड़के तो घर में अनिष्ट का संकेत है।  

(iii) कमर क्षेत्र के नीचे के भागों में फड़कन फल – आंते फड़के तो धन की प्राप्ति होगी, कुंख या गूदा फड़के तो शीघ्र मनचाहा वाहन मिलेगा। वरांग अंग फड़के तो स्त्री को पुरुष की तथा पुरुष को स्त्री की प्राप्ति होगी, (वरांग अंग का अर्थ स्त्री में उसकी योनी से तथा पुरुष में उसके लिंग से है)। स्त्री में अंडकोष फड़के तो अवश्य ही पुत्र प्राप्ति माने।

यदि जांघ फड़के तो लाभ का नाश होगा, घुटना फड़के तो शीघ्र ही दुश्मन से आत्मीयता होगी, पाँव का ऊपर का भाग फड़के तो प्रमोशन तथा नीचे का भाग फड़के तो ट्रांस्फर के साथ प्रमोशन अर्थात्यात्रा तय होगी।

पुरुष जातक के दायें व स्त्री के बायें अंग में फड़कन का लाभ कभी भी निष्फल नहीं जाता है परंतु यही इसके विपरीत अंग फड़कना विपरीत फलों का संकेत है।

Blog No.27  Date: 25/5/2015

डॉ. जितेन्द्र व्यास (09928391270)

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