स्त्री को भी अंतिम संस्कार का अधिकार

स्त्री को भी अंतिम संस्कार का अधिकार : शास्त्रार्थ विवेचना  blog written by Dr. Jitendra Vyas

     balraj-madhok-funeral सदियों से एक प्रथा अनवरत चल रही है कि स्त्री दाह संस्कार यानि अंतिम संस्कार नहीं कर सकती, जिसे पीढ़ी दर पीढ़ी आप, मैं और हमारा पूरा समाज निभाता चला आ रहा है, मेरे मन में यह प्रश्न वर्षों से कोंधता रहा है कि इसके पीछे का तर्क क्या है? हमारी वैदिक संहिताओं में कहाँ लिखा गया है कि सनातन धर्म के सोलह संस्कारों में से अंतिम संस्कार को महिलाएं नहीं निभा सकती हैं? मुझे यह विसंगति पुरुष प्रधान सोच का परिणाम लगती है, काफी समय से शोध करने के बाद मुझे इस प्रश्न का उत्तर तो मिला कि स्त्रियाँ भी इस संस्कार की उतनी ही अधिकारिणी है जितना की पुरुष क्योंकि वैदिक संहिताओं में इसका कोई निषेध नहीं है, अतः आज इस blog में मैंने अपने पाठकों को वैदिक प्रमाण के साथ बताने का प्रयास किया है।

ध्यान रहे की जिन प्रश्नों का हल हमें कहीं नहीं मिल रहा हो तो उसका हल हमें धर्म शास्त्र में अवश्य ही मिलेगा, अतः इस प्रश्न का हल भी धर्मशास्त्र में है, उसमें कहा गया है कि “किसी जातक का पिण्डदान व तर्पण कर्म पुत्र को करना चाहिए, लेकिन पुत्राभाव में या उसकी अनुपस्थिति में यह अधिकार उसकी पत्नी का होता है, तत्पश्चात सहोदर (भाई) का होता है”

पाराशर स्मृति के श्राद्ध वर्णन में भी इस बात का उल्लेख किया गया है कि पुत्र के अभाव में अंतिम संस्कार पुत्री या पत्नी कर सकती हैं, यथा –

पितुः पुत्रेण कर्तव्या पिण्डदानोदकक्रिया, पुत्राभावे तु पुत्री च तद्भावे सहोदर ॥ 7/795/49

   गरुड़ पुराण के 11 वे श्लोक में भी यही लिखा हुआ है कि पुत्र के अभाव में पुत्री या पत्नी अंतिम संस्कार कर सकती हैं और ग्रंथ “धर्मसिन्धु” के पृष्ठ 370 पर यह लिखा है पत्नी को अंतिम संस्कार का अधिकार है तथा निर्णयसिन्धु में पत्नी के अलावा बहन, मुंह बोली बहन या सोतेली बहन को भी यह अधिकार है, इस प्रकार का कथन कहा गया है।

पाराशरगृह सूत्र में यह कहा गया है कि विवाहित पत्नियों का दाह संस्कार उनके पति करें तथा विवाहित स्त्रियाँ अपने पति का दाह संस्कार करें। यथा –

प्रत्तानामितरे कुर्वीरन् । 3/10/42

ताश्च तेषाम् । 3/10/43

   अतः मेरे निवेदन उन तथाकथित सनातन धर्म के ठेकेदारों से है की स्त्री का अधिकार स्त्री को दिलाया जाए, मैं सदैव इसके लिए प्रयासरात हूँ, और रहूँगा।

Date: 23/8/2016 BlogNo. 62

Contact: Dr. Jitendra Vyas

www.drjitendraastro.com,info@drjitendraastro.com

प्रातिक्रिया दे