हृदय विकार के योग : ज्योतिषीय परिप्रेक्ष्य By Jitendra Vyas वर्तमान समय में हृदयघात व हृदय से जुड़े रोग प्रमुख रूप से दिखतें हैं। आज विश्वभर में ज्यादातर व्यक्ति हृदय सम्बन्धी रोगों से परेशान हैं। मेडिकल एस्ट्रोलोजी से आप ये पता लगा सकते हैं कि जातक को कब और किसी प्रकार का हृदय रोग होगा, उस व्यक्ति को हृदयघात (Heart …
प्रॉपर्टी व्यवसाय, टाउनशिप व भूमियोग: ज्योतिषानुसार
प्रॉपर्टी व्यवसाय, टाउनशिप व भूमियोग: ज्योतिषानुसार By Dr. Jitendra Vyas आज के वैश्विक समाज में प्रत्येक व्यक्ति के पास उनके क्षमता व सामर्थ्य अनुसार काम की कमी है, यह सत्य है। यदि कोई भी जातक अपनी क्षमता को अक्ष न मानकर, महत्वकांक्षा रहित किसी भी कार्य को करने के लिए तैयार रहे तो ठीक अन्यथा बैरोजगारी बढ़ जाती है। वहां …
तथाकथित कालसर्प योग सिर्फ एक भ्रम
तथाकथित कालसर्प योग सिर्फ एक भ्रम By Dr. Pt. Jitendra Vyas वर्तमान समय में हमारे आसपास तथाकथित कालसर्प दोष योग की सार्वजनिक चर्चा होती रहती है। परंतु यदि इसका वैदिक व पौराणिक आधार देखा जाए तो इनका प्रामाणिक व तथ्यात्मक स्वरूप संहिताओं में नहीं मिलता। नारद मुनि से लेकर वराहमिहिर तक व अन्य सभी प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्यों “कालसर्प योग” का …
ज्योतिष में (ग्रह व नक्षत्र) तथा रोग
ज्योतिष में (ग्रह व नक्षत्र) रोग by डॉ. जितेन्द्र व्यास ज्योतिष में शारीरिक रोगों की चर्चा, उनके कारण व निवारण विधियों की चर्चा काफी जगहों पर उपलब्ध है, लेकिन सांकेतिक रूप में। अतः मैंनें इस Blog में ग्रह उनसे संबन्धित रोग व अंग तथा नक्षत्र और उनसे संबन्धित रोग व अंगों की सटीक व्याख्या की है तथा मस्तिष्क से लेकर …
वास्तु की धार्मिक, पौराणिक तथा वैज्ञानिक अवधारणा
वास्तु की धार्मिक, पौराणिक तथा वैज्ञानिक अवधारणा By Dr. Jitendra Vyas प्राचीन भारत में भवन व कार्यालय इत्यादि निर्माण को हमारे ऋषियों ने एक शास्त्रोक्त सूत्रों में बांध कर एक शास्त्र प्रस्तुत किया है, जिसे ‘वास्तु शास्त्र’ कहा जाता है। कलापूर्ण भवन निर्माण के लिए ही इस शास्त्र का विधान है। आज इस BLOG मैं कोई वास्तु सूत्रों व उपायों …
अंग फड़कन से भविष्य फल
अंग फड़कन से भविष्य फल By Dr. Jitendra Vyas शारीरिक लक्षण शास्त्र से अंगस्फुटन का फल विचार– मानव शरीर के लक्षण शास्त्र से, जैसे छींकने से व उसके अंगस्फुटन (अंग के फड़कने) से प्रत्यक्ष फल प्राप्त होता है। छींक का फल पहले ही मैं अपने ब्लॉग में बता चुका हूँ, आज इस Blog में मानव के अंग फड़कने के फलों …
Intuition रेखा से फलित
अतीन्द्रिय ज्ञान (Intuition) रेखा और हस्तरेखा शास्त्र By Dr. Jitendra Vyas एक जातक के पाँच ज्ञानेन्द्रियां व पाँच ही कर्मेन्द्रियाँ होती है, जिनसे हम सुनने का, स्वाद का, स्पर्श का, देखने का व सूंघने इत्यादि का कार्य करते हैं। लेकिन बिना किसी ज्ञानेन्द्रिय व कर्मेन्द्रिय की सहायता से कई बार हम लोग किसी के मन की बात जान लेते हैं …
बगलामुखी मंत्र साधना और ज्योतिष
“बगलामुखी मंत्र साधना और ज्योतिष By डॉ. जितेन्द्र व्यास” ‘बगलामुखमिव मुखं यस्या बगलीमुखी’ अर्थात् देवी या शक्ति का वह स्वरूप जिसका मुख बगुले के समान हो बगुला मुखी देवी होती है। यह अर्थर्वसूत्र ज्ञानतंतुवों की अधिष्ठात्री देवी है, तथा दश महाविद्याओं की उपासना में बगुलामुखी साधना का विशेष महत्व है। इस साधना का ज्योतिष शास्त्र व ग्रहों योगों से अभिन्न …
राजनीतिक पद लाभ : ज्योतिष
राजनीतिक पद लाभ : ग्रहयोग एवं ज्योतिष by Dr. Jitendra Vyas राजनीति में आगे बढ़ना वहां इस क्षेत्र में पद प्राप्त करना व प्रमुख स्थान पर पहुंचना राजनीतिक जातकों की यह परम महत्वकांक्षा होती है, कई बड़े राजनीतिज्ञ मुझसे ज्योतिषीय परामर्श लेते रहते है व अधिकतर मेरे उपायों से सफल हुये हैं। आज सकारात्मक राजनीति करने वाले लोग संभवतया पीछे …
मणिबन्ध से भविष्यफल
मणिबन्ध से भविष्यफल By Dr. Jitendra Vyas सभी लोग अपनी कुण्डली, हाथ या अन्य प्रकार के साधनों से भविष्य जानने के इच्छा रखते हैं। अतः आज मैं ऐसे बिन्दु द्वारा इस Blog में मणिबन्ध से भविष्य कथन करूंगा जहां सामान्यतया भविष्य फल कथन की प्रथा नहीं है। सभी फल कथन हमारे पौराणिक व वैदिक संदर्भों के अनुसार हैं। मणिबन्ध क्या होता …