जीवन मे संघर्ष का एक ही कारण :- “केमद्रुम दोष”
आज के वर्तमान समय में मानव जीवन बड़ा संघर्षमय हो गया है, मेरे 14 वर्ष के अनुभव में मैंने यही देख है कि मनुष्य जीवन भर किसी न किसी लक्ष्य को पाने के लिए प्रयासरत है परन्तु उसके प्रयास पूरे नहीं हो पाते, अक्सर कोई न कोई कारण उसके प्रयासों पे पाने फेर देता है। जैसे- किसी की जॉब में समस्या है जातक अपनी जॉब के लिए संघर्ष कर रहा है, कोई विवाह के लिए संघर्ष कर रहा है, कोई शिक्षा व उच्च शिक्षा के लिए संघर्ष कर रहा है। ऐसे जीवन के कई कार्य हैं जिनके फल को मनुष्य पूरे परिश्रम व अथक प्रयास करने के बाद भी प्राप्त नहीं कर पता है, लेकिन विडम्बना यह है कि इन असफल प्रयासों के बावजूद भी मानव अपने इस संघर्ष का कारण पता नहीं कर पता या पता करने कि सोचता ही नहीं है।
आज में आपके इस संघर्ष का कारण बताता हूँ। इस दोष को ज्योतिषीय भाषा में “केमद्रुम दोष” कहा जाता है। कुण्डली में यह दोष चौदह प्रकार से बनता है और इसका फल भिन्न-भिन्न प्रकारों में भिन्न-भिन्न होता है। जीवन के सभी संघर्ष यदि आपको समाप्त करने है, सभी ग्रहों के फल पूर्ण रूप से तथा उचित समय पर प्राप्त (शीघ्र) करने हो तो जल्द से जल्द कुण्डली में उपस्थित “केमद्रुम दोष” को शांत करना चाहिए।
Regards
Dr. Pt. Jitendra Vyas
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