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राहुल गाँधी का राजनैतिक भविष्य
राहुल गाँधी का राजनैतिक भविष्य : ज्योतिषीय मत आज इस blog में मैंने राजनेता व काँग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी के राजनैतिक जीवन का ज्योतिषीय पहलू उद्गारित किया है, उनकी कुंडली मकर लग्न की है, लग्नेश शनि चतुर्थ भाव में नीचगत है अतः उनके में नेतृत्व मे कमी है, उनकी वाणी में ओझ की भी कमी है, वाक्पटुता की कमी है …
गणपति साधना व अचूक सिद्ध प्रयोग
गणपति साधना व अचूक सिद्ध प्रयोग by Dr. Jitendra Vyas सनातन-हिन्दू धर्म में उपास्य देवों में श्री गणेश का असाधारण महत्व है। गणेश मानव के विघ्नों को दूर करने के लिए व सर्व-मंगलकारी कार्यों के आरम्भ के लिए सिद्ध देव हैं। गणेश जी से संबन्धित मानुषी के विघ्न हरण की तन्त्रोक्त व मंत्रोक्त साधनाएं व प्रयोग की वृहद चर्चा आज …
भगवान गणेश का ज्योतिषीय स्वरुप
भगवान गणेश का ज्योतिषीय स्वरुप byDr. JitendraVyas गणपति कल्कियुग के इष्ट व आराध्य देव हैं। हमारे मांगलिक कार्यों व सोलह संस्कारों में सर्व प्रथम इन्हीं की पुजा अर्चना होती है, भगवान शिव-पार्वती गणपति के जन्म दाता हैं, इन दोनों के संवाद व उत्पाद से ही ग्रहगणों के फलों का दिग्दर्शन होता है। अतः गणेश चतुर्थी पर मैंने श्री गणपती …
Signification of Houses
Signification of Houses by Dr. Pt. Jitendra Vyas The twelve houses of zodiac represent all the aspects of existence at the terrestrial as well as individual level. The houses from the lagna to seventh represent the right half of the body of the native (and the left half of the body of his spouse). Those from the seventh to the …
Hindu Temple & their Vastu
The Hindu Temple & their Vastu by Dr. Jitendra Vyas The Hindu temples commonly known as Mandir in Hindi and derived from the Sanskrit word Mandira, are identified by several names in different parts of India as koil or kovil in Tamil, devasthana in Kanada and devalaya, in Telugu etc. In general Hindu temple structure can either be isolated structure …
स्त्री फलित की पौराणिकता
हस्तरेखा शास्त्र में स्त्री जातक के फलित की पौराणिकता By Dr. Jitendra Vyas स्त्री जातक को जानने के लिए एक और महत्वपूर्ण विधा है- ‘हस्तरेखा शास्त्र’। सभी विधाओं मेंहस्तरेखा शास्त्र सर्वाधिक सरल, सहज उपलब्ध, रोचक एवं प्रचलित शास्त्र है। हस्तरेखा शास्त्र का उद्गम भारतवर्ष में ही हुआ तथा बाद में यह विदेशों में भी फैला। ऋषि कश्यप के अनुसार ज्योतिष …
बीजाक्षरों का चमत्कार
बीजाक्षरों का चमत्कार By Dr. Jitendra Vyas हमारे शास्त्रों में मंत्र-विधि सर्वोपरि मानी गयी है, ऋषियों व दैवज्ञों ने मंत्र साधना की विस्तृत व्याख्या संहिताओं में की है। लेकिन मंत्रों के साथ बीजाक्षर के प्रयोग पर कोई विशेष ग्रंथ नहीं है यद्यपि विभिन्न संहिताएँ अवश्य मिलती है। बीजाक्षरों की विशेष जानकारी बताने के लिए आज मैंने आप पाठकगण के लिए …
व्यापारिक प्रतिष्ठानों का वास्तु
दुकानों व व्यापारिक प्रतिष्ठानों का वास्तु By डॉ. जितेन्द्र व्यास वास्तुशास्त्र अत्यंत पुरातन व गंभीर विषय है। जन साधारण इसे सिर्फ आवासीय वास्तु से सम्बद्ध करता है, लेकिन इस BLOG में मैंने यह बताया है कि व्यवसाय-व्यापार से हमारे वास्तुशास्त्र का क्या व कितना महत्वपूर्ण संबंध है। वास्तव में तो यह व्यावसायिक उन्नति का मूल कारण है। अतः मौल, दुकान, …
विवाह रेखा और आप
विवाह रेखा और आप By Dr. Jitendra Vyas हस्त रेखा शास्त्र एक ऐसा शास्त्र है जिसके द्वारा हम विवाह सम्बंध के सभी परिप्रेक्ष्य जान सकते हैं। इस BLOG में मैंने विवाह व प्रेम के सन्दर्भ में ऐसे सटीक समीकरण बताए हैं जिससे की आप अपने हाथ को देख कर स्वयं ही फलादेश कर पाएंगे। हाथ में छोटी उंगली के नीचे …