अतीन्द्रिय ज्ञान (Intuition) रेखा और हस्तरेखा शास्त्र By Dr. Jitendra Vyas
एक जातक के पाँच ज्ञानेन्द्रियां व पाँच ही कर्मेन्द्रियाँ होती है, जिनसे हम सुनने का, स्वाद का, स्पर्श का, देखने का व सूंघने इत्यादि का कार्य करते हैं। लेकिन बिना किसी ज्ञानेन्द्रिय व कर्मेन्द्रिय की सहायता से कई बार हम लोग किसी के मन की बात जान लेते हैं या फिर आगे क्या होने वाले है? उसका पूर्वानुमान लगा लेते हैं। असल में हमारा मन ग्यारहवीं इंद्रिय का कम करता है, जिससे कोई हेतु न होते हुये भी मनुष्य को भविष्य में होने वाली घटना की झलक उनके मन में पड़ जाती है या उन्हें होने वाली घटना का ज्ञान पहले ही हो जाता है। यह एक प्रकार से पांचों ज्ञानेन्द्रिय से ज्ञातव्य ज्ञान से भिन्न है, इसी कारण इसे “अतीन्द्रिय ज्ञान” कहते हैं। यह सब मनुष्यों में समान नहीं होता। मन में जो अकल्पित घटना-संबन्धित स्वयं सूझ या स्फूर्ति होती है, इसे Intuition कहते है। यह बहुत से व्यक्तियों में विशेष मात्र में होता है और किसी में यह ज्ञान अल्प मात्र में होता है। प्रत्येक मनुष्य के हाथ में इस अतीन्द्रिय ज्ञान को व्यक्त करने की रेखा होती है। आज इस Blog में मैंने इसी अतीन्द्रिय (Intuition) ज्ञान रेखा की चर्चा की है। प्राय: चन्द्र क्षेत्र से प्रारम्भ होकर गोलाई लिए बुध क्षेत्र पर आती है। ऐसा व्यक्ति को शीघ्र और सटीक पूर्वाभास होता है।
1) यदि यह रेखा स्पष्ट हो और बृहत् चतुष्कोण में क्रॉस-चिन्ह हो तो ऐसा जातक फलित शास्त्र (ज्योतिष इत्यादि) में बहुत प्रभावी व प्रवीण होता है उसी से ही विशेष Intuition आता है।
2) यदि यह रेखा स्पष्ट और सुन्दर हो और चन्द्र क्षेत्र के उपर का भाग विशेष उच्च व उन्नत हो तो जातक मेस्मेरिज़्म इत्यादि द्वारा दूसरों पर गहरा प्रभाव डाल सकता है, उसी से ही विशेष Intuition आता है।।
3) चन्द्र क्षेत्र पर जीतने अधिक ऊपर के भाग से यह रेखा प्रारम्भ होगी तो वह जातक उतना ही अधिक या विशेष ज्ञानी होता है, उसे विशेष Intuition आता है।।
4) यदि यह क्षेत्र कई जगह से खंडित हो तो कभी ऐसे जातक को इस विशेष अतीन्द्रिय ज्ञान का उदय कभी तो अधिक मात्र में होता है और कभी बिल्कुल नहीं होता है।
5) यदि भाग्य रेखा, शीर्ष रेखा और अतीन्द्रिय रेखा द्वारा तरीकों बनता हो तो ऐसा जातक गुप्त विध्याओं (तंत्र-मंत्र-कर्मकाण्ड) में प्रवीण होता है, उसी से ही विशेष Intuition आता है।
Blog No: 26 Date: 21/5/2015
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